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हर्निया में कौन सा आसन नहीं करना चाहिए: सही जानकारी और सावधानियां

हर्निया एक आम प्रकार की बीमारी है, जिसमें शरीर के किसी भी भाग में मांसपेशियां या अंग निकलने लगते हैं। यह बीमारी आमतौर पर पेट के क्षेत्र में होती है और इसके कारण हर्निया के प्रकार भी विभिन्न हो सकते हैं। योग एक स्वास्थ्यपूरक तंत्र है, लेकिन हर्निया के मरीजों के लिए कुछ आसन नुकसानदायक हो सकते हैं। हम आपको बताएंगे कि हर्निया में कौन सा आसन नहीं करना चाहिए: सही जानकारी और सावधानियां , जिससे आपको आसानी से समझ मिले।

हर्निया में कौन सा आसन नहीं करना चाहिए:

वृक्षासन (Tree Pose): यह आसन बल जांघ पर किया जाता है, जिससे हर्निया के प्रकार में दबाव बढ़ सकता है और पीड़ा बढ़ सकती है।

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वृक्षासन – Vrukshasan in hindi

अर्धमत्स्येन्द्रासन (Half Fish Pose):इस आसन में शरीर को झुकाने का प्रयास किया जाता है, जो हर्निया के मरीजों के लिए नुकसानकारक हो सकता है।

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वीरभद्रासन (Warrior Pose): यह आसन भारी पीड़ा देने में सहायक हो सकता है, जिससे हर्निया में स्थिति और भी खराब हो सकती है।

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वीरभद्रासन कैसे करे?

उष्ट्रासन (Camel Pose): इस आसन में पीठ को पीछे की ओर झुकाने का प्रयास किया जाता है, जो हर्निया के मरीजों के लिए नुकसानकारक हो सकता है।

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धनुरासन (Bow Pose): इस आसन में पूरे शरीर को उच्चतर की ओर उठाने का प्रयास किया जाता है, जो हर्निया के मरीजों के लिए नहीं सलाहकार हो सकता है।

हर्निया में कौन सा आसन नहीं करना चाहिए:

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हर्निया में करने चाहिए ये आसन:

शवासन (Corpse Pose):  यह आसन शरीर को आराम देने में मदद करता है और हर्निया के मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है।

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बद्धकोणासन (Btterfly Pose): इस आसन में पैरों को मिलाने का प्रयास किया जाता है, जो हर्निया के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

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वज्रासन (Diamond Pose): यह आसन बैठकर किया जाता है और हर्निया के मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है।

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(Supine Wind-Relieving Pose): इस आसन में पैरों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है, जो हर्निया के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

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अनुलोम विलोम प्राणायाम (Alternate Nostril Breathing): यह प्राणायाम हर्निया के मरीजों के लिए उपयुक्त हो सकता है और उन्हें शांति प्रदान कर सकता है।

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सावधानियां और सुरक्षा  उपाय:

-हर्निया के मरीजों को योग के आसनों को करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए।

-आसनों को सही तरीके से करने के लिए योग गुरु की मार्गदर्शन में करें।

-यदि किसी आसन करते समय दर्द होता है, तो तुरंत उसे छोड़ दें और अपने चिकित्सक से सलाह लें।

निष्कर्ष:

हर्निया के मरीजों के लिए योग के आसनों को करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें। योग के आसनों को सही तरीके से करने से आपकी स्थिति में सुधार हो सकती है और आपको आराम मिल सकता है।

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